शुक्रवार, 25 दिसंबर 2015

अभी प्रधानमन्त्री नरेंद्र दामोदर मोदी पाकिस्तान पहुंचे भी नहीं हैं कि बहुत ही छोटे स्तर के केसीत्यागी फर्मातें हैं -मोदी दाऊद का केक खाने गएँ हैं


लकड़ी जल कोयला भई , कोयला जल भई राख , मैं बैरन ऐसी जली , कोयला भई न राख।

लकड़ी जल कोयला भई ,

कोयला जल भई राख ,

मैं बैरन ऐसी जली ,

कोयला भई न राख।

उक्त पंक्तियाँ भारत के आज के विपक्ष पर खरी उतरती हैं। अभी प्रधानमन्त्री नरेंद्र दामोदर मोदी पाकिस्तान पहुंचे भी नहीं हैं कि बहुत ही छोटे स्तर के केसीत्यागी फर्मातें हैं -मोदी दाऊद का केक खाने  गएँ हैं।

जमानती माँ का जमानती शहजादा बाजू बिना चढ़ाये गला फाड़ेगा पूरा मुंह खोल के बोलेगा -मोदीजी ने हमें नहीं बताया कि वे अफगानिस्तान से लौटते हुए लाहौर जाएंगे। बता देते तो क्या तुम वापसी में फूलमालाएं लिए इंदिरागांधी अंतर -राष्ट्रीय हवाई अड्डे पे पहुँच जाते। शहजादे आपका याद किया एक सबक कमसे कम छः माह तक चलता है। कहीं इस मौके पर ये मत कहदेना प्रधानमन्त्री किसानों की मुस्कान छीन रहें हैं।

मुस्कान तो बेटे मार्च २०१६ तक तुम्हारी भी छिन जाएगी जब हेराल्ड के दाग तुम्हारे सारे बदन को घेर लेंगे समेत तुम्हारी अम्मा के।

बब्बर शेर   सीधे ही पड़ोसी शेर की माँद में घुस जाता है। रिश्ते रूस ,अमरीका औस्ट्रेलिया ,जापान ,आदि से ही नहीं पड़ोसी अफगानिस्तान ,पाकिस्तान से भी बेहतर बनाएगा भारत का ये कर्मयोगी।

विपक्ष के लिए एक गीत प्रस्तुत है :किस्मत हमारे साथ है ,और जलने वाले जला करें

https://www.youtube.com/watch?v=UKe6N-V8Zko

Kismat hamare sath hai jalne wale jala kare


Kismat hamare sath hai jalne wale jala kare

  • 4 years ago
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RAFI SAAB &CHITALKAR MOVIE(KHIDKI -1948)

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